वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि अक्टूबर के बाद भारत में शादियों का सीजन आता है, लेकिन फिर भी महंगाई बढ़ने से मांग पर असर दिखेगा. 

महंगाई बढ़ने से गोल्ड के रिटेल मांगों में गिरावट आएगी.

काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, चौथी तिमाही में सोने की मांग घटने की आशंका है.

अक्टूबर-दिसंबर में मांग 25% घटने की आशंका जताई जा रही है.

चौथी तिमाही में मांग घटकर 250 टन पर आ सकती है.

वहीं, वित्त वर्ष 2022 में सोने की मांग में 6% की गिरावट के साथ यह 750 टन पर रहेगा.

सोने की दो तिहाई मांग ग्रामीण इलाकों से आती है, लेकिन रिपोर्ट में ग्रामीण इलाकों से मांग घटने की आशंका जताई गई है.

आशीष पेठे ने प्राइस आउटलुक पर कहा कि अगले 3-4 महीने में गोल्ड की कीमत 50,000 से 52,000 के बीच में रहेगा.

यूएस फेड की ओर से मार्च, 2023 तक इंटरेस्ट रेट में स्थिरता लाई जा सकती है, जिसके बाद गोल्ड डॉलर के हिसाब से चलेगा.

इंटरनेशनल मार्केट में सोना 1660 डॉलर के ऊपर जाता नहीं दिख सकता है.

भारतीय बाजारों में 50,100 से 50,550 का रेंज रहेगा. इससे 100-150 डिप करे तो बाई करे, ऊपर में 50,500 के आसपास तक मुनाफावसूली करते रहें.

ऐसे ही सुझावों के लिए हमारे वेबसाइट को बुकमार्क करें।